शोभा यात्रा पर फायरिंग करने वाला असलम गिरफ्तार,दिल्ली से सटे इलाकों में हाई अलर्ट पर पुलिस
दिल्ली। जहांगीरपुरी हिंसा पर दिल्ली और केंद्र सरकार की सियासत शुरू हो गई है। सीएम केजरीवाल ने लोगों से शांति की अपील की है। भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने इसे आतंकी हरकत बताया है।
फायरिंग करने वाला असलम गिरफ्तार
हिंसा के दौरान फायरिंग करने वाले 20 वर्षीय युवक की गिरफ्तारी हुई है। युवक की पहचान मोहम्मद असलम पिता खोदू असलम अली के रूप में हुई है। जो सीडी पार्क झुग्गी का रहने वाला है। वारदात में इस्तेमाल एक पिस्टल भी बरामद कर लिया है।
अब तक 14 आरोपी गिरफ्तार
हिंसा मामले में पांच और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। डीसीपी उषा रंगनानी ने कहा कि आगे की जांच जारी है। अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
हालात काबू में : दिल्ली पुलिस
हालात को लेकर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी दीपेंद्र पाठक का कहना है स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। माहौल शांतिपूर्ण है। हम लोगों के साथ लगातार संपर्क में हैं और शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील कर रहे हैं। सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस अधिकारी यहां मौजूद हैं। प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
दिल्ली से सटे इलाकों में हाई अलर्ट पर पुलिस
जहांगीरपुरी हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश के संवेदनशील और दिल्ली से सटे इलाकों में पुलिस टीमें हाई अलर्ट पर हैं। मेरठ में कानून-व्यवस्था की स्थिति सामान्य है। मेरठ कोतवाली के सीओ अरविंद चौरसिया ने बताया कि स्थिति उत्पन्न होने पर कार्रवाई की जाएगी।
नौ लोग गिरफ्तार
डीसीपी नॉर्थ-वेस्ट उषा रंगनानी ने बताया कि अब तक नौ आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आठ पुलिसकर्मियों समेत नौ लोग घायल हो गए हैं। अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। एक सब-इंस्पेक्टर को भी गोली लगी है। उनकी हालत स्थिर है।
सीएम केजरीवाल ने शांति बनाए रखने की अपील की
जहांगीरपुरी में हुई पथराव की घटना पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘लोगों से कहना चाहता हूं कि उन्हें शांति व्यवस्था बनाए रखनी है क्योंकि बिना उसके देश तरक्की नहीं कर सकता। एजेसिंया, पुलिस और दिल्ली में केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है तो केंद्र सरकार दिल्ली में शांति व्यवस्था बनाए रखे।’
उपद्रव होने की पहले से ही थी आशंका
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ सूत्रों का कहना है कि उपद्रव होने की आशंका पहले से ही थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया। ऐसे में इसे दिल्ली पुलिस की खुफिया विभाग की असफलता बताया जा रहा है। के ब्लॉक के रहने वाले राजबीर ने सवाल किया कि शोभायात्रा निकालते और उसकी तैयारी करते वक्त दंगा होने की आशंका पहले से ही थी तो पुलिस को इस बारे में क्यों नही पता चला। हिंसा को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री से बात की है और कहा है कि हिंसा के दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा।