हरियाणा में बिजली की मांग बढ़ी: गर्मी शुरू होते ही चलाने पड़े बंद पावर प्लांट
पिछले साल एक जुलाई को 11732 मेगावाट बिजली सप्लाई का रिकॉर्ड बना था। जबकि प्रदेश की कुल क्षमता 12120 मेगावाट प्रतिदिन की है। इस बार पिछले साल के मुकाबले एक हजार मेगावाट अतिरिक्ति बिजली की खपत होने की संभावना है। गर्मी के तेवरों के देखते हुए सप्ताह में ही 1500 मेगावाट अधिक बिजली की मांग आने लगी है।
हरियाणा में उत्पादित बिजली
- पानीपत थर्मल पावर स्टेशन: 710 मेगावाट
- दीन बंधु छोटूराम थर्मल प्लांट यमुनानगर 600 मेगावाट
- राजीव गांधी थर्मल पावर प्रोजेक्ट खेदड़ 1200 मेगावाट
- डब्ल्यूवाईसी हाईड्रो इलेक्ट्रिक स्टेशन यमुनानगर 62.4 मेगावाट
- पानीपत सोलर पावर प्रोजेक्ट 10 मेगावाट
- प्रदेश में कुल 2582 मेगावाट
- सेंट्रल पावर से 3022 मेगावाट
- प्राइवेट क्षेत्र से 5700 (अडानी से 1424)
- भाखड़ा ब्यास से 846 मेगावाट
‘म्हारा गांव-जगमग गांव’ योजना में अब 5592 गांव शामिल कर लिए गए हैं। यहां 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जानी है। प्रदेश 10 जिले सिरसा, फतेहाबाद, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पंचकूला, अंबाला, कुरूक्षेत्र, यमुनानगर व करनाल के गांवों में 24 घंटे बिजली दी जा रही है। गर्मी के सीजन में सभी गांवों में सुचारू बिजली आपूर्ति देना विभाग के लिए चुनौती होगी।