गहलोत सरकार जल्द करेगी तारीख आगे बढ़ाने का एलान, 10 दिन से सत्याग्रह जारी, तीन अभ्यर्थी अस्पताल में भर्ती
राजस्थान। राजस्थान प्रशासनिक सेवा की मेन परीक्षा की तारीख बदलने की मांग लगातार जोर पकड़ रही है। इसे लेकर छात्र दस फरवरी से जयपुर में सत्याग्रह कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि उन्हें पाठ्यक्रम बदलने पर आपत्ति नहीं है, लेकिन इस बदलाव के बाद सिर्फ 93 दिन में परीक्षा का आयोजन नहीं होना चाहिए। पाठ्यक्रम बदलाव के कारण बाजार में किताबें नहीं आई हैं। इस कारण परीक्षा के लिए उनकी तैयारी अभी पूरी नहीं हो पाई है।
उधर, भूख हड़ताल के कारण तीन प्रदर्शनकारी छात्रों की तबियत भी खराब हो गई थी। सवाई मान सिंह अस्तपाल में उनका इलाज चल रहा है। एक छात्र की हालत गंभीर बताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि अशोक गहलोत सरकार जल्द ही परीक्षा तिथि आगे बढ़ाने का एलान कर सकती है।
आरएएस अभ्यर्थियों का प्रतिनिधि कर रहे अभिषेक ने अमर उजाला से बात करते हुए कहा कि कोर्स में 70 फीसदी बदलाव किया गया है। इस कारण बाजार में पढ़ाई के लिए जरूरत की किताबें नहीं हैं। ऐस में हमारे लिए परीक्षा दे पाना संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हमारा किसी से कोई विरोध नहीं हैं, हम बस यही चाहते हैं कि सरकार तैयारी के लिए थोड़ा और समय दे।
हम लड़ाई को राजनीतिक नहीं बनाना चाहते
अभिषेक ने कहा कि हम इस लड़ाई को राजनीतिक नहीं बनाना चाहते हैं, लेकिन सांसद किरोड़ी लाल मीणा द्वारा आंदोलन का समर्थन करने के बाद से नेताओं का आना शुरू हो गया है। भाजपा विधायक रामलाल शर्मा, कांग्रेस नेत्री रुकमणी देवी सहित अन्य नेता यहां आकर हमसे मिल चुके हैं। वही कांग्रेस में भी अब आरएएस परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने की मांग उठने लगी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार संयम लोढा ने भी सीएम को छात्रों के समर्थन में पत्र लिखा है।
विधायक सोलंकी ने सचिन पायलट से कराई बात
सचिन पायलट गुट के विधायक वेद प्रकाश सोलंकी भी आंदोलन कर रहे युवाओं से मिलने पहुंचे। उन्होंने छात्रों की मांगे सुनी और फोन पर सचिन पायलट से बात भी करवाई। पायलट ने अभ्यर्थियों को मांग पूरी कराने का आश्वासन दिया है। अगले साल आने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए दोनों ही राजनीतिक पार्टियां युवाओं को साधने का प्रयास कर रहीं हैं।