जम्मू-कश्मीर में उत्तर भारत के पहले बायोटेक पार्क का उद्घाटन
जम्मू । उत्तर भारत के पहले बायोटेक पार्क का कठुआ के घाटी औद्योगिक क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि बायोटेक पार्क नए विचारों को साकार करने का केंद्र बनेगा। कठुआ का बायोटेक पार्क हर साल 25 नए स्टार्टअप तैयार करेगा। कृषि-उद्यमियों, स्टार्टअप्स, प्रगतिशील किसानों, वैज्ञानिकों, विद्वानों और छात्रों के अलावा जम्मू-कश्मीर व लद्दाख समेत निकटवर्ती राज्यों पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के लिए भी मंच उपलब्ध करवाएगा।
बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के अनलॉक होने के साथ ही डेढ़ साल में 60 स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। कहा कि सरकार ने स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैंड-अप इंडिया के तहत युवाओं के लिए नए रास्ते खोले हैं। कहा कि इसी क्रांति का एक हिस्सा जम्मू-कश्मीर का अरोमा मिशन भी है। मंत्री ने कहा कि बायोटेक पार्क, घाटी कठुआ में प्रौद्योगिकी ऊष्मायन, प्रशिक्षण और कौशल विकास के प्रावधान के अलावा हर्बल निष्कर्षण, किण्वन, विश्लेषणात्मक प्रयोगशाला, आसवन, सूक्ष्म प्रसार, प्लांट टिशू कल्चर जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि बायोटेक पार्क जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की जैव विविधता, औषधीय और सुगंधित पौधों पर शोध करेगा। उपराज्यपाल ने कहा कि डेटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में प्रगति के साथ, बायोटेक पार्क स्टार्टअप, युवा उद्यमियों और एसएमई को ऐसे उपकरण प्रदान करेगा जो उत्पादन को सस्ता, प्रबंधनीय और पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ बना सकते हैं।