Uttarakhand and National-Current Affairs Hindi News Portal

राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने दाखिल किया अपना नामांकन

नई दिल्ली। राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने संसद भवन पहुंचकर नामांकन दाखिल कर दिया है। सिन्हा के नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, द्रमुक के ए राजा और नेकां नेता फारूक अब्दुल्ला सहित कई शीर्ष विपक्षी नेता मौजूद थे। बता दें कि एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू पिछले हफ्ते ही अपना नामांकन पत्र दाखिल कर चुकी हैं। इससे पहले विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने रविवार को कहा था कि अगले महीने होने वाला राष्ट्रपति चुनाव व्यक्तिगत मुकाबले से कहीं अधिक है और सरकार की तानाशाही प्रवृत्तियों का विरोध करने की दिशा में एक कदम है। सिन्हा ने कहा कि वह अपने बेटे एवं भाजपा सांसद जयंत सिन्हा का समर्थन नहीं मिलने को लेकर किसी ‘धर्म संकट में नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरा बेटा अपने ‘राज धर्म का पालन करेगा और मैं अपने ‘राष्ट्र धर्म का पालन करूंगा। उन्होंने कहा, ‘यह चुनाव महज भारत के राष्ट्रपति के चुनाव से कहीं बढ़कर है। यह चुनाव सरकार की तानाशाही प्रवृत्तियों का विरोध करने की दिशा में एक कदम है। यह चुनाव भारत की जनता के लिए संदेश है कि इन नीतियों का विरोध होना चाहिए।

यशवंत सिन्हा को जिताने के लिए करें कोशिश, बहकावे में न आएं:- शरद पवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों को अपने उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि यदि कोई राष्ट्रपति चुनाव के अंकगणित पर नजर डालें तो स्थिति उतनी खराब नहीं है, जितनी बताई जा रही है और विपक्षी दलों को अच्छी लड़ाई लड़ने के लिए ठोस प्रयास करने होंगे। पवार ने कहा, जब हम चुनाव लड़ते हैं, तो हम जीतने के लिए लड़ते हैं। जब दो उम्मीदवार हों, तो दोनों जीत नहीं सकते। प्रत्येक उम्मीदवार के लिए स्थिति अलग है। यह मुकाबला सिद्धांतों के बारे में है। हमने यशवंत सिन्हा को अपने साझा उम्मीदवार के रूप में चुना है और उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करना हमारी जिम्मेदारी है। परिणाम कुछ भी हो, हम इसके बारे में बाद में बात कर सकते हैं।

18 जुलाई को चुनाव और 21 जुलाई को मतगणना
बता दें कि अगला राष्ट्रपति निर्वाचित करने के लिए चुनाव 18 जुलाई को होगा तथा मतगणना 21 जुलाई को होगी। इस चुनाव में सांसदों और विधायकों वाले निर्वाचक मंडल के 4,809 सदस्य मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के उत्तराधिकारी का चुनाव करेंगे। लोकसभा और राज्यसभा के साथ-साथ कई राज्य विधानसभाओं में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संख्या बल के मद्देनजर पार्टी आगामी चुनाव में अपने उम्मीदवार की जीत आसानी से सुनिश्चित करने की स्थिति में है।

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.