नशे की तलब पूरी न होने पर फांसी लगाकर युवक ने की आत्महत्या
हरियाणा। फतेहाबाद जिले के रतिया में अरोड़ा कॉलोनी में देर रात्रि नशे की तलब पूरी न होने पर एक युवक ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव कब्जे में लेकर उसका फतेेहाबाद के नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है। दुखद पहलू यह है कि फंदा लगाने वाले मृतक युवक का भाई भी 3 साल पहले नशा न मिलने के कारण आत्महत्या कर चुका है। जानकारी के अनुसार वार्ड 14 निवासी कृष्ण कुमार अपनी माता व भाई के साथ पिछले कुछ समय से वार्ड 12 में किराये के मकान में रह रहा था। मृतक की माता संतोष ने पुलिस को दिए बयानों में बताया कि कृष्ण पिछले काफी समय से नशे का आदी था, लेकिन कुछ दिनों से उसके नशे की पूर्ति नहीं हो पा रही थी। जिस कारण वह काफी परेशान रहता था। उसकी नशे की आदतों के कारण उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई थी। संतोष देवी ने बताया कि शनिवार शाम को कृष्ण घर से बाहर गया था, लेकिन देर शाम तक वह वापस नहीं लौटा। इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि अरोड़ा कॉलोनी स्थित आश्रम के साथ लगते सीवरेज ट्रीटमेंट प्लाट के बंद पड़े कमरों में उसके बेटे ने फांसी लगा ली है। इस पर वह मौके पर पहुंची और देखा कि उसके बेटे ने कमरे के अंदर फांसी लगाई हुई थी। पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मृतक की माता संतोष के बयानों पर पुलिस ने 174 के तहत कार्रवाई कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया है।
जांच अधिकारी रामनिवास ने बताया कि युवक की फांसी की सूचना मिली थी, जिसके बाद मृतक की माता के बयानों पर 174 के तहत कार्रवाई कर शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। मृतक की माता का कहना है कि नशा ना मिलने के कारण उसके बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
मृतक कृष्ण के भाई बग्गा उर्फ बिंद्र ने बताया कि उसका एक भाई लाभ सिंह भी नशे का आदी था और करीबन 3 साल पहले नशा न मिलने के कारण उसकी भी मौत हो गई थी। बाद में उसका छोटा भाई कृष्ण भी गलत संगति में पड़ गया और नशा इत्यादि करने लगा। मृतक के भाई ने कहा कि कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लाट में जो दो कमरे बने हुए हैं, वहां नशेड़ी आकर नशे के इंजेक्शन लगाते हैं और कई कई घंटे तक वहां पर पड़े रहते हैं, इसलिए इन कमरों को वहां से हटवा दिया जाना चाहिए। साथ ही पुलिस को नशा बेचने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए तभी नशे पर रोकथाम हो सकती है।
मां संतोष ने बताया कि मृतक कृष्ण का कुछ समय पहले विवाह भी हो गया था और उसकी पत्नी गर्भवती थी। कृष्ण के नशे की आदतों के कारण उसने कानूनी रूप से तलाक ले लिया था और वह अपने परिजनों के साथ चली गई थी।
सिटी थाना प्रभारी रुपेश चौधरी ने बढ़ते नशे और नशे के चलते युवक की मौत मामले के सवाल पर कहा कि पुलिस सूचना के आधार पर लगातार नशा सप्लायरों को गिरफ्तार करने का काम कर रही है। जहां भी इनपुट मिलते हैं वहां रेड की जा रही है। जहां भी नशा प्रभावित एरिया की सूचना आएगी, वहां गश्त बढ़ाई जाएगी।